खनिज विभाग और राजस्व विभाग की सरपरस्ती में क्रेशर प्लांट कर रहे हैं नियम विरुद्ध कार्य। 

खनिज विभाग और राजस्व विभाग की सरपरस्ती में क्रेशर प्लांट कर रहे हैं नियम विरुद्ध कार्य।


सतना। अमरपाटन खनिज विभाग एवं राजस्व विभाग की सरपरस्ती में एक बार फिर बेला-कोठार में संचालित हूई लगभग दो दर्जन क्रेंशर,200 मीटर कें दायरे में स्थित है सभी क्रेशर। राजस्व विभाग अमरपाटन के द्वारा गठित टीम के द्वारा हाल ही में सभी क्रेशरों की मौक़े पर पहुंच कर राजस्व अधिकारियों के द्वारा जांच की गई थी लेकिन जांच में क्या हुआ ? कौन कौन से क्रेशर अवैध पाए गए ? कौन कौन से क्रेशर संचालकों पर क्या क्या कार्रवाई की गई है ? प्रदुषण विभाग के द्वारा कोठार ग्राम में लगभग दो दर्जन क्रेशर संचालन के लिए किन नियमों के तहत स्वीकृत प्रदान की गई या फिर वगैर स्वीकृति के संचालन किया जा रहा है ? इन महत्वपूर्ण सवालों के जवाब अभी तक किसी को नही मिले है।


 *खनिज विभाग की कारगुजारियां उजागर*-खनिज विभाग के द्वारा प्रतिदिन की जा रही कड़ी कार्यवाही का असर कहीं भी दूरबीन से देखने बाद भी दिखाई नही दे रहा है ऐसा लगता है की खनिज विभाग खानापूर्ति करने मे जुटा हुआ है खनिज विभाग के द्वारा जी तोड़ मेहनत फील्ड में की जा रही है लेकिन अभी तक कितने वाहनों पर राजसात करने की कार्रवाई की गई है यह सवाल भी अब एक पहेली बनकर रह गया है।


 *बेला कोठार में निवासरत ग्रामीणों के द्वारा शीघ्र ही यदि इन अवैध क्रेशर संचालकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो बेला कोठार के ग्रामीण आंदोलन करने को मजबूर होंगे* ,