सेवा सहकारी समिति सगरा जिला रीवा के समिति प्रबंधक ने लूटी किसान की जमीन।

सेवा सहकारी समिति सगरा जिला रीवा के समिति प्रबंधक ने लूटी किसान की जमीन।


लोन पर बैंक में बंधक जमीन की कूटरचित दस्तावेज तैयार कर समिति प्रबंधक ने कराया पत्नी के नाम रजिस्ट्री।



रीवा। सेवा सहकारी सोसाइटी सगरा में बंधक जमीन को महज आठ माह के अंदर ही समिति प्रबंधक ने अपने पत्नी के नाम कराई रजिस्ट्री तत्कालीन समिति प्रबंधक सगरा देवकीनंदन शुक्ला द्वारा सेवा सहकारी सोसाइटी सगरा में बंधक जमीन की रजिस्ट्री अपने पत्नी शकुंतला देवी शुक्ला के नाम कूटरचित दसस्तावेज तैयार कर  षड्यंत्र पूर्वक अपने पत्नी के नाम रजिस्ट्री करा ली है भ्रष्टाचार के दलदल में डूबे सेवा सहकारी विभाग के कारनामे आए दिन उजागर होते रहते हैं लेकिन इस तरह का रीवा जिले में पहली घटना है कि गृह निर्माण हेतु लिए गए ऋण  मैं बंधक संपत्ति को अपने पद का दुरुपयोग करते हुए नियम कानून की धज्जियां उड़ा कर प्रणीत भूमि को अधिकारी ने अपनी पत्नी के नाम रजिस्ट्री करा लिया है।


खेत को खा गई बारी


खेत को ही खा गई बारी, की कहाबत इस मामले में सच साबित हो रही है सेवा सहकारी समिति मर्यादित सगरा शाखा रीवा में पदस्थ रहे तत्कालीन सेवा निर्मित तत्कालीन समिति प्रबंधक देवकीनंदन शुक्ला द्वारा महज 8 माह के अंदर ही  फर्जी अभिलेख तैयार करके राजेंद्र प्रसाद शुक्ला पिता स्वर्गीय लालमणि शुक्ला निवासी ग्राम इटोरा पोस्ट सगरा तहसील हुजूर थाना सगरा की सोसाइटी में बंधक आराजी क्रमांक 135 व 136 रकबा को कोरे स्टांप जिसमें राजेंद्र प्रसाद शुक्ला के हस्ताक्षर अंकित थे उसके आधार पर वह विभाग के देवकीनंदन शुक्ला ने कर्मचारी होने के कारण सोसाइटी में बंधक आराजी की फर्जी रजिस्ट्री अपने पत्नी के नाम करा दी
जबकि सोसायटी अधिनियम के वर्णित प्रावधानों के अनुसार यह नियम है कि जब तक ऋण मुक्त ना हो जाए तब तक बंधक भूमि का विक्रय ,विनिमय ,दान ,लीज अंतरण नहीं किया जा सकता परंतु विभाग में आज भी राजेंद्र प्रसाद शुक्ला ऋण शेष है लेकिन ऋण युक्त आराजी की रजिस्ट्री कैसे देवकीनंदन शुक्ला की पत्नी के नाम रजिस्ट्री करा ली गई पूरा विभाग इस मामले में मौन है वहीं कुछ कर्मचारियों का यह भी कहना है कि देवकीनन्दन शुक्ला भ्रष्ट कर्मचारी थे ऐसे अनैतिक कार्य के लिए बदनाम है और कई मामले उनके विरूद्ध चल रहे हैं।


शिकायत की जांच में हुआ खुलासा 
इस संबंध में सोसाइटी  सगरा रीवा वाह कलेक्टर रीवा आयुक्त रीवा संभाग रीवा के यहां शिकायत की गई शिकायत की जांच की गई जांच में दोषी भी पाया गया आज दिनांक तक की स्थिति पर यह अराजी में आवास ऋण दर्ज है और ऋण की वसूली के लिए नोटिस जारी किया जा रहा है बंधक भूमि का विक्रय नामा कैसे हो गया तथा जांच उपरांत विधिक राय ली गई विधिक राय में संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही करने तथा रजिस्ट्री सून्य करने हेतु  शिकायत पत्र में लिखा गया था अब जांच होने और वर्षों पूर्व विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी की काली करतूतों से पूरा विभाग भौचक्का है सेवा सहकारी समिति सगरा से लेकर जिला केंद्रीय सेवा सहकारी दफ्तर तक इस संगीन मामले को लेकर सन्नाटा पसरा है कोई भी अधिकारी इस मामले में जवाब को तैयार नहीं है और जवाब देने और कार्यवाही करने से भागते फिर रहे हैं।


जिला अधिकारी के आदेश पर नहीं हुई कार्यवाही



 पीड़ित किसान दर-दर ठोकरें खाने को मजबूर है और विभाग के अधिकारी कर्यवाही करने से भागते फिर रहे हैं 
 जांच उपरांत विधिक राय के अनुसार संबंधित आरोपी  के विरुद्ध कार्यवाही करने  का आदेश तो हुआ लेकिन संबंधित व्यक्ति पूर्व कर्मचारी होने के नाते देवकीनंदन शुक्ला व अन्य के विरुद्ध कार्रवाई करने में विभाग आनाकानी कर रहा है जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधित आवेदक ने न्यायिक कार्यवाही हेतु वरिष्ठ अधिकारियों का दरवाजा खटखटाया कलेक्टर रीवा के संज्ञान में यह प्रकरण  लाया गया और उन्होंने आश्वासन दिया है कि दोषी व्यक्तियों पर कार्रवाई होगी।